डायबिटीज क्या है

हम जो भोजन करते हैं उससे, शरीर को ग्लूकोज प्राप्त होता है जिसे कोशिकाएं शरीर को ऊर्जा प्रदान करने में उपयोग करती हैं। यदि शरीर में इंसुलिन मौजूद नहीं होता है तो वे ब्लड से कोशिकाओं को ग्लूकोज नहीं पहुंचा पाती हैं। जिसके कारण ग्लूकोज ब्लड में ही इकट्ठा हो जाता है और ब्लड में अतिरिक्त ग्लूकोज नुकसानदायक साबित हो सकता है।

डायबिटीज के प्रकार

1.) टाइप-1 डायबिटीज 2.) टाइप-2 डायबिटीज 3.) जेस्टेशनल डायबिटीज, जो कि प्रेगनेंसी के दौरान होने वाली हाई ब्लड शुगर की समस्या है।

आमतौर पर डायबिटीज़ 3 प्रकार का होता है-

डायबिटीज़ के लक्षण

टाइप-1 और टाइप-2 डायबिटीज के मुख्य लक्षण ये हैं-

– बहुत अधिक प्यास लगना – बार-बार पेशाब आना – भूख बहुत अधिक लगना – अचानक से शरीर का वजन कम       हो जाना या बढ़ जाना – थकान

डायबिटीज के कारण

आमतौर पर डायबिटीज के मुख्य कारण ये स्थितियां हो सकती हैं-

– इंसुलिन की कमी – परिवार में किसी व्यक्ति को         डायबिटीज़ होना – बढ़ती उम्र – हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल – एक्सरसाइज ना करने की आदत

डायबिटीज के इलाज

टाइप-1 डायबिटीज का कोई स्थायी उपचार नहीं है इसीलिए, ऐसे लोगों को इंसुलिन लेना पड़ता है टाइप-2 डायबिटीज के लक्षणों से बिना किसी दवा के प्रतिदिन एक्सरसाइज, संतुलित भोजन, समय पर नाश्ता और वजन को नियंत्रित करके छुटकारा पाया जा सकता है। सही डायट की मदद से टाइप-2 डायबिटीज को नियंत्रित करने में मदद करता है।