टॉन्सिल के लक्षण, कारण, घरेलू उपचार और परहेज

जब भी कोई व्यक्ति टॉन्सिल (Tonsils) की बीमारी से परेशान होता है तो उसका खाना-पीना बंद हो जाता है। गले में बराबर दर्द होता रहता है।

टॉन्सिल क्या है?

टॉन्सिल्स शरीर का ऐसा अंग हैं, जो गले के दोनों तरफ रहता है। जब टॉन्सिल्स में किसी भी प्रकार का संक्रमण होता  है तो इनके आकार में बदलाव और सूजन  आ जाती है। इसे टॉन्सिलाइटिस कहते हैं।

टॉन्सिल होने के कारण

– वायरल इन्फेक्शन (कॉमन कोल्ड) के कारण।

– इन्फ्लुएंजा जिसे फ्लू कहा जाता है।

– रोगप्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने से।

– बहुत ज्यादा ठण्डा खाने या पीने से।

– टॉन्सिलाइटिस में होने वाला सबसे सामान्य रोग Streptococcus Pyogenes है।

टॉन्सिल्स के लक्षण

– गले में तेज दर्द होना तथा कुछ भी निगलने में कठिनाई होना।

– कान के निचले भाग में भी दर्द रहना।

– गले में खराश महसूस होना, मुंह से बदबू आना।

– जबड़ों के निचले हिस्से में सूजन।

– अत्यधिक कमजोरी, थकान और चिड़चिड़ापन होना।

घरेलू उपाय

- नमक के पानी से गरारा करें।

– अदरक के रस को शहद के साथ मिलाकर चाटने से सूजन तथा दर्द से आराम मिलता है।

– गरम पानी में नींबू का रस और ताजा अदरक पीस कर मिलाएं। इस पानी से  हर 30 मिनट में गरारा करें।

टॉन्सिलाइटिस से बचाव के लिए आपकी जीवनशैली

– यह संक्रमण के कारण होने वाला रोग है, इसलिए इसमें साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। – कुछ खाने से पहले हाथों को अच्छी तरह से धोएं। – छोटे बच्चों में संक्रमण होने पर घर पर रखकर देखभाल करें। स्कूल में वायरल संक्रमण होने का खतरा रहता है। – खांसने और छींकने के बाद हाथों को धोएं।