एंडोमेट्रियोसिस

आधुनिक जीवनशैली में व्यस्तता और तनाव के कारण महिलाओं के स्वास्थ्य समस्याओं में वृद्धि देखी जा रही है। एक ऐसी आम समस्या है एंडोमेट्रियोसिस, जो महिलाओं के बीच में व्याप्त हो रही है और उनकी फर्टिलिटी पर भी असर डाल सकती है।

एंडोमेट्रियोसिस एक ऐसी बीमारी है जिसमें गर्भाशय के ऊतक गर्भाशय के बाहर क्षेत्र में विकसित होते हैं, जो मासिक धर्म के समय खोज जाते हैं। इन ऊतकों के समूह को ‘एंडोमेट्रियल टिश्यू’ कहा जाता है और ये दर्दनाक हो सकते हैं। यह ऊतक नियमित मासिक धर्म के साथ बाहर आने में समस्या पैदा कर सकते हैं और यह जन्मदात्री तंतुओं को भी प्रभावित कर सकते हैं।

एंडोमेट्रियोसिस के प्रभाव

1. अंडाशय की कमजोरी 2.  बंद फलोपियन ट्यूब्स 3. गर्भाशय की भितरी परत     की प्रभावितता 4.  असमर्थता कारक

एंडोमेट्रियोसिस का प्रबंधन

1.  डॉक्टर की सलाह 2.  दर्द की पहचान 3.  सही दवाएँ और उपचार 4.  ध्यान और मानसिक स्वास्थ्य

एंडोमेट्रियोसिस का फर्टिलिटी पर प्रभाव हो सकता है और यह महिलाओं के जीवन को प्रभावित कर सकती है। नियमित चिकित्सा परीक्षण और सही उपचार से आप इसका प्रबंधन कर सकते हैं और आपकी फर्टिलिटी को सुधार सकते हैं।